Vivo का फोन जो उड़ता है! 450MP कैमरा और 400X Vivo’s Flying Drone Camera
September 21, 2025 | by rojanasuchna

Vivo ने एक ऐसा स्मार्टफोन पेश किया है जिसमें 450 मेगापिक्सल वाला प्राइमरी कैमरा, 400x तक का ज़ूम और एक उड़ने योग्य (फ्लाइंग / ड्रोन जैसा) कैमरा मॉड्यूल है — साथ में 5G कनेक्टिविटी और फ्लैगशिप-लेवल हार्डवेयर का दावा। अगर यह हकीकत में वैसा है जैसा सुना जा रहा है, तो मोबाइल फोटोग्राफी का परिदृश्य बदल सकता
450MP प्राइमरी सेंसर: बहुत बड़ी रिज़ॉल्यूशन वाली फाइलें, क्रॉपिंग में फायदा — पर सेंसर्स/लेंस ऑप्टिक्स और सॉफ्टवेयर पर निर्भर करेगा असली रिज़ल्ट।
450MP और 400x जैसी संख्याएँ शानदार हैं, पर तस्वीरों की प्रामाणिकता, ड्रोन-सेफ्टी और रोज़मर्रा के इस्तेमाल की व्यवहारिकता वही बताएगी। फिलहाल यह सलाह रहेगी: आधिकारिक Vivo नोटिस/प्रोडक्ट पेज और भरोसेमंद रिव्यू (हैंड्स-ऑन) का इंतज़ार क

High- Performance
फ्लाइंग ड्रोन कैमरा फ़ोन एक फ्लैगशिप प्रोसेसर और 16GB तक रैम पर चलता है। यह शक्तिशाली संयोजन सहज मल्टीटास्किंग, सहज गेमिंग और सभी ऐप्स में तेज़ प्रदर्शन सुनिश्चित करता है। उपयोगकर्ता बिना किसी रुकावट के वीडियो संपादित कर सकते हैं, भारी एप्लिकेशन चला सकते हैं और उच्च-गुणवत्ता वाले ग्राफ़िक्स का आनंद ले सकते हैं।
कीमत और उपलब्धता
वीवो ने फ्लाइंग ड्रोन कैमरा फोन को एक प्रीमियम पेशकश के रूप में पेश किया है। हालाँकि इसकी सटीक कीमत अलग-अलग बाज़ारों में अलग-अलग हो सकती है, लेकिन यह फोन उन उपभोक्ताओं के लिए है जो एक ही डिवाइस में अगली पीढ़ी की तकनीक और बेजोड़ कैमरा क्षमताएँ चाहते हैं। आधिकारिक लॉन्च शुरू होने के बाद, यह ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों रिटेल चैनलों पर उपलब्ध होने की उम्मीद है।
5G और फ्लैगशिप हार्डवेयर: रिपोर्ट्स में 5G और हाई-एंड प्रोसेसर के बारे में दावा है; Vivo के आधिकारिक X-सीरीज़ पेज पर 200MP+ कैमरों वाले प्रो-लेवल फोन पहले से मौजूद हैं, इसलिए कंपनी इमेजिंग पर निवेश कर रही है — पर 450MP+फ्लाइंग मॉड्यूल को आधिकारिक पुष्टि की ज़रूरत है
ट्रैवल ब्लॉगर / real-estate / इवेंट फोटोग्राफी: ऊँचा एंगल और ज़ूम वाकई मददगार हो सकते हैं — पर कानूनी और सेफ़्टी पहलू स्पष्ट होना चाहिए।
400x ज़ूम: यहाँ “ऑप्टिकल + हाइब्रिड + डिजिटल” का मिश्रण होने की संभावना अधिक है; 400x ऑप्टिकल ज़ूम फोने पर भौतिक रूप से लागू होना तकनीकी रूप से कठिन है, इसलिए अधिकांश ज़ूम वादे computational/trickery पर निर्भर होंगे
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