
पंजाब में बुढ़ापा पेंशन का नया सिस्टम लॉन्च – अब मोबाइल से ही घर बैठे करें आवेदन
पंजाब सरकार ने एक ऐसा फैसला किया है जिसने लाखों बुजुर्गों की सबसे बड़ी परेशानी का हल निकाल दिया है। पहले बुढ़ापा पेंशन के लिए लोगों को कचहरी, तहसील, सरकारी दफ्तरों के अनगिनत चक्कर लगाने पड़ते थे। लंबी लाइनों में इंतजार, दस्तावेज़ों की जांच और बार-बार तारीखें मिलना एक आम समस्या थी।अब घर से होंगे सारे काम डिजिटल मूड में विदाउट पेपरलेस
सरकार ने बुढ़ापा पेंशन की फुली डिजिटल प्रक्रिया शुरू कर दी है। यानी अब आप अपने मोबाइल से ही घर बैठे आवेदन कर सकते हो, बिना किसी अफसर के पास जाए, बिना किसी एजेंट के, और सबसे खास—बिना किसी झंझट के।
समय की बचत होगी
किसी पर निर्भरता खत्म होगी
भ्रष्टाचार/ब्रोकरी पर रोक लगेगी
पेंशन मंजूरी की गति बढ़ेगी
हर बुजुर्ग को हक की सुविधा समय पर मिलेगी
सरकार ने पूरी प्रक्रिया को बहुत आसान रखा है। आपको सिर्फ यह करना है:
किसी भी स्मार्टफोन से आवेदन किया जा सकता है।
2️⃣ पंजाब सरकार की आधिकारिक सेवा वेबसाइट या ऐप पर जाएं
3️⃣ आधार कार्ड से OTP के जरिए लॉग-इन
अब कोई फॉर्म भरने का झंझट नहीं, सब कुछ आधार वैरिफिकेशन से ऑटो-फिल हो जाएगा। आवेदन 5 मिनट में पूरा हो जाएगा। ऑनलाइन अप्लाई करने से पेंशन सीधे आपके बैंक खाते में आने लगेगी। कोई दलाल एजेंट की जरूरत नहीं।
Apply👇🏻👇🏻👇🏻👇🏻👇🏻
https://share.google/jFs1Nb7v8h0CxLSXc
4️⃣ उम्र और रेजिडेंस का ऑटो वेरिफिकेशन
आपकी उम्र और पता UIDAI डेटाबेस से सीधे मैच किया जाएगा।
अब बुजुर्गों को धूप-सर्दी में लाइन में खड़ा नहीं होना पड़ेगा।किसी दफ्तर में पूछने की जरूरत नहीं—मोबाइल पर ही पता चलेगा कि पेंशन स्वीकृत हुई या नहीं।न कोई फोटोकॉपी, न कोई दस्तावेज जमा कराने का बोझ।जहां तहसीलें दूर पड़ती हैं, वहां यह सिस्टम सबसे अधिक मदद करेगा।
कौन से व्यक्ति अप्लाई कर सकते हैं पेंशन के लिए ऑनलाइन
आपकी उम्र 58 yers से ऊपर होनी चाहिए। आधार कार्ड पैन कार्ड से लिंक होना चाहिए। फोन नंबर से आधार कार्ड लिंक होना चाहिए। साथ में बैंक पासबुक से फोन नंबर भी लिंक होना जरूरी है।इस सिस्टम का सबसे बड़ा फायदा यह है कि एजेंट, दलाल और बिचौलिये का रोल खत्म हो गया है।
अब कोई भी बुजुर्ग अपने बेटे-बेटी, पड़ोसी या किसी भी आसान मोबाइल से खुद आवेदन कर सकता है।बहुत से बुजुर्गों ने नए सिस्टम को राहत भरा बताया है। गांवों में रहने वाले परिवार कह रहे हैं कि यह फैसला उन्हें कई परेशानियों से बचाएगा। परिवारों की भी जिम्मेदारी कम होगी क्योंकि अब वे भी घर बैठकर बुजुर्गों का आवेदन कर सकते हैं।
